हार्ट अटैक से बचने के उपाय :- 7 Ways to avoid heart attack

Introduction :- आजकल इस भागते हुए दुनिया मैं heart problem सभी को होता है, इसीलिए आज मैं इस लेख मैं बताऊंगा की हार्ट अटैक से बचने के उपाय क्या क्या है. यहाँ प्रॉब्लम सभी को होता है चाहे वह  गरीब है या धनि ,बड़ी उम्र का हो या छोटा ये सभी मैं देखा जाता है. आजकल का हमारा जो खान पान है उसी  के कारण यहाँ प्रॉब्लम देखा गया है.साथ ही  हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा Myocardial Infarction Cardiac या Angina कहा जाता है.यहाँ बहुत क्रिटिकल होता है.यदि सही टाइम पर इसका first aid नहीं दिया तो जान भी जा सकती है.

तो आइये जानते है हार्ट अटैक से कैसे बच सकते है यहाँ सब कुछ मैं ब्लॉग मैं बताने जा रहा हु.

हार्ट अटैक से बचने के उपाय

हार्ट अटैक से बचने के उपाय:-

मेडिकल रूप से इसका निवारण है इ.सी.जी, चेस्ट एक्स-रे ,ईकोकर्डीओग्राम, एजियोग्राम,कार्डियक सी.टी या MRI करना चाहिए.  हार्ट अटैक होता है मृत्यु का एक प्रमुख कारक है.यहाँ सभी को होता है.इसके कुछ जोखिम करक है जिसे बदल नहीं सकता जैसा वंसज से मिला हुआ,या जन्म से ही हार्ट मैं प्रॉब्लम होना.

लेकिन कुछ कारण है जिसे हम ठीक कर सकते है. और अपना हार्ट को ठीक रख सकते है.

  1. हार्ट के प्रॉब्लम से बचने के लिए सबसे महत्वापूर्ण होता है एक पौष्टिक आहार.
  2. हमेशा सुबह हमे निर्धारित ब्यायाम क्लारना चाहिए.
  3. हमेशा अपने वजन को कंट्रोल करना चाहिए या बढ़ने देना नहीं चाहिए.
  4. हमेशा 8 घंटे का एक अच्छी नींद लेना चाहिए.
  5. किसी भी प्रकार का सराब,तम्बको,या धुम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए.
  6. साल मैं एक बार अपने शारीर का full body checkup जरुर करना चाहिए.

हार्ट अटैक  किसे कहा जाता है ?

:-  खासकर heart attack होता है. अगर  हमारे शारीर के धमनियों मै किसी प्रकार का रुकावट हो तब यहाँ condition होता है. और यहाँ रुकावट होने का कारण है धमिनियो मैं वसा (कोरोनरी),कोलेस्ट्रॉल ,और अन्य जटिल प्रदार्थ के निर्माण के कारण होती है. इस प्रकार के कोलेस्ट्रॉल युक्त जमाव को प्लाक कहते है. जो की heart attack होने का मुख्या कारण है.और यहाँ प्लाक हमारे धमनियों के साथ चिपक जाता है. जिसके कारण रक्त का प्रभाव कम या रुक जाता है. और रक्त आगे न बढ़ने के कारण blood cloth बन जाता है,और खून heart तक नहीं पहुचने से heart के हिस्से मैं damage सुरु हो जाता है.जिससे मेडिकल भाषा मैं हार्ट अटैक कहते है.

हार्ट अटैक कितने प्रकार के होते है ?

:- वैसे तो मेडिकल फील्ड मै हार्ट अटैक बहुत प्रकार के होते है. लेकिन आम भाषा मैं जाना जाये तो जो हार्ट पम्पिंग 45% से उपर की होती है. उससे Mid heart attack कहते है और जब यहाँ  45% से कम होता है तो उसे Major heart attack कहा जाता है.

मेजर heart attack 5 प्रकार के होते है.

  1. Silent Heart Attack:- कभी कभी लोगो को पता  भी नही लगता  की उन्हें हार्ट अटैक  आया है इस परिस्थिति उनके सिने मैं हल्का pain होता है. इस प्रकार के Case को Silent Heart Attack कहते है.
  2. Unstable Angina:- यहाँ भी एक प्रकार का हार्ट अटैक है.जिसमे धमिनियो मैं रुकावट होती है.लेकिन खून का पहुचना ज्यादा effect नहि करता है.इसमें हल्का chest pain और discomfort लगने लगता है. लेकिन इसमें किसी प्रकार का हार्ट का हिस्स्सा damage नहीं होता है.
  3. Acute Coronary Syndrome(ACS) :- यहाँ एक umbrella term होता है.जो की NSTEMI,STEMI को सामिल करता है.जो की हार्ट को sudden blockage पैदा करता है.  जो की धमनियों मैं जाकर ब्लड को blockage करता है. जिससे heart के tissue damage  करता है.
  4. ST- Segment elevation myocardial infarction (STEMI) :- इस case मैं खून एक से ज्यादा धमनियों मैं जाकर blockage कर देता है. इसे ST- Segment elevation myocardial infarction (STEMI) कहा जाता है.
  5. NON-ST Segment elevation myocardial infarction (NSTEMI):- इस case मैं धमनियों मैं blockage थोड़ी कम होती है.इसमें किसी भी प्रकार का visible elevation नहीं होता है.

हार्ट  अटैक होने का कारण?

हार्ट अटैक होने का बहुत सारा कारण हो सकता है.genetic,आपका lifestyle और आपका हेल्थ condition के उपर depend करता है.फिर भी हार्ट अटैक होने के यहाँ कुछ कारण है.

  • बढती उम्र(old age)
  • आहार (unhealthy diet )
  • High Blood Pressure
  • Genetic problem
  • मोटापा(obesity)
  • शराब /धुम्रपान(liquar/Smoking)
  • Cholestrol

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हार्ट अटैक का लक्षण ?

हार्ट अटैक होने का लक्षण  सभि ब्यक्ति  मैं अलग अलग होता  है. इसिलय इसका लक्षण भी अलग अलग होता है.किसी का नार्मल तो किसी का सीरियस होता है. यहाँ कुछ लक्षण है जो ज्यातर देखा जाता है.

  1. सिने मैं दर्द होना/ जकडन महसूस होना.
  2. साँस निस्वास /प्रस्वास लेने मैं कठिनाई महसूस होना.
  3. थकान महसूस लगना.
  4. ठंडा पसीना आना.
  5. मतली या उलटी लगना.
  6. सिने मैं जलन/अपच लगना.

यहाँ ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है की सभी लोगो को यहाँ समान लक्षण नहीं होता है.ज्यातर पुरुषों मैं अलग और महिलाओ मई अलग अलग अनुभव देखने को मिलता है.

हार्ट अटैक आने पर क्या करे?

अगर आपको या किसी अन्य ब्यक्ति को हार्ट अटैक आने पर पर यह निम्नलिखित कार्य कर सकते है.

  1. आपातकालीन सेवा को शीघ्र बुलाये:- क्यों की यहाँ सबसे save होता है.जितना जल्दी हो बुलाना चाहिए भले ही आपको यकीं नहो हो यहाँ हार्ट अटैक का लक्षण है की नहीं.
  2. सांत रहे:- इस अवस्था मैं जितना हो सके रोगी को सांत रहना चाहिए. घबराने से हालत और भी ख़राब हो सकती है.
  3. जरुरी पड़ने पर CPR दे:- कभी कभी आपातकालीन सेवा आने मैं टाइम लग जाता है.जिसके कारण रोगी को असुस्थ लगने लगता है.दिल की धड़कन न रुके इसके लिए ध्यान देना चाहिए. अगर कोई चारा नहीं हैं तो आपको जल्द ही CPR देना चाहिए.
  4. ब्यक्ति को आराम दे:- अगर ब्यक्ति को ज्यादा ही परेसनिया या असुस्थ लग रहा है तो उसे जितना हो सके आराम जगह पर लेटाकर उनके सारे कपडे और बेल्ट को ढीला कर देना चाहिए.

 

 

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