8 kidney problem symptoms in hindi. किडनी बीमार होने के लक्षण .

Introduction:- हेलो दोस्तों स्वागत है मेरे इस ब्लॉक पर आज जानेंगे कि हमारे शरीर का प्रमुख अंग किडनी में प्रॉब्लम होने का क्या कारण हो सकता है .(kidney problem symptoms in hindi).किडनी  हमारे शरीर मैं वैशाली पदार्थों को बाहर निकलने का कार्य करता है. कभी-कभी जब किसी प्रकार का वायरस हमारे किडनी में चला जाता है तो इस कारण से किडनी संक्रमण हो जाता है किडनी का संक्रमण मूत्र पथ संक्रमण (UTI) का प्रकार है इस प्रकार के संक्रमण को पायलोनेक्राडटिस कहां जाता है.

ऐसा नहीं है कि किडनी प्रॉब्लम्स आपको एक ही दिन में हो जाता है यहां धीरे-धीरे इसका लक्षण दिखाई देता है यदि आपने उपचार सही टाइम नहीं किया तो यह आगे चलकर आपका किडनी को खराब कर देता है.किडनी में स्टोन होना एक सामान्य बात है लेकिन कितने मामलों में यहां अत्यंत खतरनाक हो सकता है जिससे ब्लीडिंग की समस्या जैसे दिखाई देती है इसीलिए इस ब्लॉक में मैंने किडनी के प्रमुख लक्षणों के बारे मैं  चर्चा करेंगे जिससे आगे आप पहले ही सतर्क रहेंगे.

kidney problem symptoms in hindi

किडनी समस्या के सामान्य लक्षण :- kidney problem symptoms in hindi

  1. पेशाब मैं बदलाव:- यदि आपको रात में बार-बार लगातार पेशाब लग रहा है और यदि पेशाब का रंग गहरे पीले लाल या ब्राउन कलर का निकल रहा है तो इसका मतलब क्या आपको किडनी का प्रॉब्लम है .
  2. उच्च रक्तचाप:- यदि आपके शरीर में उच्च रक्तचाप हो जाए तो किडनी के रक्त नालियों के ऊपर प्रभाव पड़ता है जिससे उन रक्त नालियों का कार्य क्षमता में कमी हो जाती है.
  3. थकान लगना:- वैसे तो किसी को थकान लगना आम बात है लेकिन किडनी में प्रॉब्लम होने से थकान महसूस होता है क्योंकि थकान से पोषण की कमी संतुलन की कमी शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में दिखाई देता है.
  4. खाने का स्वाद बदलना :- आपके खाने का स्वाद बदल जाना या स्वाद नहीं आना यहां आपकी किडनी का प्रॉब्लम भी हो सकता है क्योंकि किडनी सही से काम नहीं करने पर शरीर में विषैली पदार्थ के संचय आपका इलेक्ट्रोलाइट्स और असंतुलन हो जाता है जिससे आपके स्वाद का आभास नहीं मिलता है .
  5. पीठ या पेट में दर्द :- यदि आपके शरीर में किडनी स्टोन (पथरी) हो जाए तो इससे भी आपकी पीठ और पेट का दर्द बढ़ जाता है यहां पथरी आपकी किडनी के अंदर या किडनी के नालियों में पाया जाता है.
  6. मांसपेशियों में ऐंठन:- किडनी के प्रॉब्लम से शरीर में खराब पदार्थ इकट्ठा हो जाता है आपको पानी की कमी और मेटाबॉलिक परिवर्तन से यहां कमी से आपकी मांसपेशियों में ऐंठन होना शुरू हो जाता है.
  7. नींद से जुड़ी समस्या :- यदि आपका किडनी किसी कारण से संक्रमण हो जाए या सूजन हो जाए इस कारण से आपको बुखार दर्द और असहता हो जाता है जिससे रात को सोते समय आपकी नींद की प्रभावित करता है रात को बार-बार पेशाब आना भी कितनी खराब कर संकेत हो सकता है.
  8. भूख न लगना :- किडनी में किसी प्रकार का अगर समस्या हो जाए तो भूख की कमी या भूख न लगने की स्थिति उत्पन्न हो जाता है इसका कारण आपकी किडनी में संक्रमण या पोषण की कमी से होता है.

किडनी के गंभीर लक्षण:-

  1. चेस्ट पेन :- किडनी की समस्या ज्यादातर किडनी के पास रहने वाला अंग की तरफ दर्द होता है यहां पीठ के निचले हिस्से या पेट में होता है लेकिन कभी-कभी यहां दर्द आपके ऊपरी भाग चेस्ट की तरफ भी हो जाता है.
  2. सांस लेते वक्त कठिनाई :- किडनी की खराबी आपका हृदय के ऊपर भी असर डालता है जिससे हृदय के कार्य करने में प्रभावित करता है जिससे सांस लेते वक़्त कठिनाई का कारण बनता है.
  3. सुजान:- किडनी में किसी प्रकार का स्टोन हो जाने से या इंफेक्शन हो जाने से किडनी में सूजन हो जाता है जिससे पेशाब की मात्रा में बदलाव हो जाना और रक्त निकालने की जैसे समस्या दिखाई देता है .
  4. उल्टि या जी मचलना :- यदि आपकी किडनी अचानक लॉस आफ किडनी इन्फेक्शन हो जाए तो इस कंडीशन में फ्लूट इंबैलेंस हो जाता है जिससे उल्टि या जी मचलना लगने लगता है.
  5. त्वचा ड्राइवर या रंग परिवर्तन होना :- किडनी स्टेज के आखिरी पड़ाव में आपका किडनी में क्रॉनिक किडनी डिजीज में जिसे CKD भी कहा जाता है इस अवस्था में किडनी अच्छे से काम नहीं करता है जिससे बॉडी में टॉक्सिन और वेस्ट पदार्थ जमा हो जाता है जिससे आपका स्किन ड्राई या उनका रंग परिवर्तन हो जाता है.
  6. मनोवैज्ञानिक परिवर्तन:- किडनी डिजीज से मनुष्य के ऊपर बहुत ही बुरा असर पड़ता है वहां मानसिक और भौतिक रूप  से कमजोर हो जाता है यहां आमतौर पर बीमारी होने के कारण बार-बार हॉस्पिटल जाना इम्प्रूवमेंट ना होना स्ट्रेस बढ़ जाना डिप्रेशन लगना यह सब उसे व्यक्ति को झेलना पड़ता है.

किडनी बीमार होने के कुछ नाम और ट्रीटमेंट :-

:- वैसे तो किडनी बीमार होने के  बहुत सारे कारण होते हैं लेकिन कितने आसानी से ठीक हो जाते हैं और तो कितने ठीक नहीं होता है यहां कुछ किडनी बीमार होने के नाम और उसके उपचार यहां निम्नलिखित इस प्रकार से है .

क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) :-

Ans- यह बीमारी एक दीर्घकालीन किडनी रोग है जिसमें किडनी की कार्य करने की क्षमता धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है यहां आमतौर पर समय के साथ बढ़ जाता है यहां ज्यादातर जिन लोगों को डायबीटीज हाई ब्लड प्रेशर जैसे लोगों को होता है.

उपचार :- इसका उपचार के लिए आपको अपने लाइफ स्टाइल बदलना पड़ता है जैसे स्वस्थ आहार खाए नियमित व्यायाम करें धूम्रपान या शराब से दूर रहे.

किडनी स्टोंस :-

Ans-किडनी में स्टोन होना एक सामान्य बीमारी है इसमें बस छोटे-छोटे ठोस दाने बन जाते हैं अगर दाने छोटे हुए तो पेशाब के द्वारा निकल जाते हैं यदि बड़े हो तो पेल्विक थेरेसी द्वारा गुर्दे में एक छोटा कट लगाकर पत्थर को हटाया जाता है.

उपचार:-

  • पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें.
  • स्टोन डिसोल्विंग दवाई खाए.
  • डॉक्टर के सलाह पर ऑपरेशन करें.

  यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन :-

Ans- यहां एक सामान्य स्वस्थ समस्या है जिसमें यूरिनरी ट्रैक्ट के मुत्रसेय,मूत्र नली या गुर्दे को प्रभावित करता है और वहां पर दर्द का अनुभव आपको लगता है.

उपचार:-

  • अपने पेशाब को ज्यादा देर रोक कर ना रखें.
  • एंटीबायोटिक दवाई खाए.
  • खट्टे फलों का सेवन करें.
  • अधिक से अधिक पानी का सेवन करें.

 किडनी कैंसर बनने का मुख्य कारण :-

:- सभी व्यक्ति के पेट के अंदर पीछे के हिस्से में छाती की पसलियों के बीच एक जोड़ी किडनी स्थित होती है जब किसी एक जगह पर किडनी के सेल्स असामान्य रूप से बढ़ जाए वहां समय के साथ बड़ा हो जाता है तो उसे डॉक्टर के भाषा में ट्यूमर कहां जाता है इसका बढ़ाने का मुख्य कारण है .

  • अधिक मात्रा में धूम्रपान का सेवन करने से.
  • पुरुषों में किडनी की समस्या महिलाओं से ज्यादा होती है.
  • अधिक मोटापा बढ़ाना आगे चलकर किडनी की समस्या का कारण बन सकता है.
  • कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर भी बढ़ाना किडनी का कारण हो सकता है.
  •  किडनी कैंसर भी कुछ मामलों में जेनेटिक भी हो सकती है

किडनी  बीमारी कितने प्रकार का है और क्या-क्या ?

:- वैसे तो किडनी के प्रकार नहीं होते हैं लेकिन उनके होने का कारण और प्रकार के आधार पर अलग-अलग होते हैं यह कुछ प्रमुख प्रकार के किडनी की बीमारी है.

  1. किडनी कैंसर:- किडनी कैंसर होता है जब किडनी के सेल्स में रहने वाला कान सीरियस ग्रंथ को रिफर करता है इसका मुख्य टाइप रिनल कल कार्सनोमा है.
  2. किडनी स्टोंस:- किडनी के मूत्राशय में जब यहां छोटे-छोटे पत्थर का आकर लेकर किडनी में पहुंच जाता है जिसे discomfort और दर्द का एहसास होता है.
  3. एक्यूट किडनी इंजरी :- यहां बीमारी होने से आपका किडनी का कार्य करने की क्षमता को घटा देता है जिसके कारण आपको इन्फेक्शन डिहाइड्रेशन हो सकता है.
  4. यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन :- जब किसी कारण से किडनी के यूरिनरी ट्रैक्ट को इफ़ेक्ट करके उसमें इन्फेक्शन बना देता है तो उसे कंडीशन को यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन कहा जाता है.

किडनी बीमारी का इलाज :-

:- किडनी को ठीक करने के लिए सबसे पहले हमें डॉक्टर का सलाह लेना चाहिए और डॉक्टर ज्यादातर एंटीबायोटिक का उपयोग कहते हैं और यहां कम से कम हमें 14 दिनों तक लेना चाहिए अगर स्वस्थ फिर भी अच्छा ना लगे तब उस लक्षण को जानकर डॉक्टर की सलाह पर इलाज करना चाहिए.

अपने द्वारा किया गया कुछ इलाज :-

  • हमेशा शरीर को हाइड्रेटेड रखें.
  • पेशाब को देर तक थमा ना रखें.
  • अपना लाइफस्टाइल को चेंज करें जंक फूड को अवॉयड करें.
  • हेल्दी खाना खाए.
  • हर रोज व्यायाम करें.
  • ज्यादा दर्द हो तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाए.
  • योग का इस्तेमाल करें जिसमें अंडरलाइन कॉज का योग करें.

    अपने किडनी की देखभाल कैसे करें?

  • अपने खाने पीने में कम से कम सोडियम और प्रोटीन टाइट का इस्तेमाल करें. साग सब्जी और फल का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें.
  •  जिन आदमी को ब्लड प्रेशर हाई होता है उन लोगों को किडनी में प्रॉब्लम होने का खतरा बढ़ जाता है.
  • रोजाना हमें तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए क्योंकि रेगुलर पानी अच्छे से पीने से किडनी में रहने वाले टॉक्सिक निकल जाते हैं.
  • हमेशा एक्सरसाइज करें क्योंकि हर दिन के यहां छोटे-मोटे एक्सरसाइज से आपके सभी अंगों को प्रभाव पड़ता है जिससे किडनी में किसी प्रकार का रोग होने से बचा जा सकता है.

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निष्कर्म :-

किडनी में किसी भी प्रकार का प्रॉब्लम एक गंभीर चिकित्साय स्तिथी है.यहां हमेशा धीरे-धीरे विकसित होता है.पहले के चरण में यहां ज्यादा कुछ प्रभाव नहीं डालता है. किडनी की समस्या बहुत प्रकार की होता है. इसके लक्षण विभिन्न होते हैं इसीलिए आपको अपने शरीर के सभी अंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि स्वास्थ्य ही जीवन है.

साथ ही किडनी की समस्याओं का समय पर इलाज करना आवश्यक है ताकि भविष्य में गंभीर समस्याओं से बचा सके अगर हो सके तो हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही आगे का कार्य करने की कोशिश करें इस ब्लॉक पर मैंने अपने रिसर्च द्वारा यहां जानकारी प्राप्त की है इसीलिए इसके आगे आपको डॉक्टर का परामर्श जरूर रखें और अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच करवाए.

FAQ(Frequently asked question)

किडनी खराब की शुरुआती लक्षण क्या है?

Ans- किडनी खराब होने के यहां कुछ कारण है.

  • पेशाब में बदलाव.
  • पैरों,टकनो,हाथों में सूजन होना.
  • थकान और कमजोरी लगना.
  • मतली और उल्टी लगना.
  • खाने का स्वाद न लगना.

 

किडनी खराब होने पर कहां दर्द होता है?

Ans- किडनी का खराब या बीमारी होने पर हमारे पीठ के साइड छोटे हिस्से में  दर्द होता है कभी-कभी यहां दर्द छाती के तरफ भी बढ़ जाता है.

किडनी ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए?

Ans- किडनी को ठीक करने आपको एक सही आहार लेना बहुत ही महत्वपूर्ण है यहां कुछ खाद्य पदार्थ थे जो किडनी के लिए बहुत ही लाभदायक है.

  • फल और सब्जियां.
  • अच्छे वसा स्रोत.
  • पानी का सेवन करें.
  • हर्ब्सऔर स्पाइस का प्रयोग.
  • पोटेशियम का सही मात्रा.

  किडनी साफ करने के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए?

Ans- किडनी को साफ करने के लिए कुछ विशेष जूस है जो प्राकृतिक रूप से किडनी को डेटोक्स करने में मदद करता है.

  •  अंगूर का जूस.
  •   कुकुम्बर का जूस.
  •   नींबू और अदरक का जूस.
  •   तरबूज का जूस.
  •    गाजर और चकुंदर का जूस.

 

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